जब पार्षद ने बुलाया नहीं तो क्यों मिलने पहुंचे ठेकेदार- प्रेम गर्ग
जब पार्षद ने बुलाया नहीं तो क्यों मिलने पहुंचे ठेकेदार- प्रेम गर्ग: वार्ड नंबर 15 से पार्षद रामचंद्र यादव और ठेकेदार के बीच के विवाद के बाद आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष प्रेम गर्ग ने बयान जारी कर कहा कि जब पार्षद ने ठेकेदार को बुलाया नहीं था तो वह जबरन मिलने क्यों पहुंचे। ठेकेदार को फोन पर ही पार्षद ने कह दिया था कि वह मोहाली जा रहे हैं, फिर भी ठेकेदार जबरन उससे मिलने पहुंच गए। ऐसा जरूरी क्या था कि ठेकेदार इतनी जल्दी कर रहे थे। किसी तरह का झूठा और मनगढ़ंत आरोप लगाकर ठेकेदार अपनी गलती से बच नहीं सकते हैं। जब पार्षद का पेमेंट से कुछ लेना देना ही नहीं तो ठेकेदार का पार्षद को मिलने का कोई कारण ही नहीं बनता। ख़राब सामान के लिए पार्षद आंखें बंद करके किसी भी कागज पर हस्ताक्षर क्यों करेंगे।
प्रेम गर्ग ने कहा कि पार्षद रामचंद्र यादव ठेकेदार प्रदीप बंसल को कह चुके थे कि फर्नीचर का भुगतान करने के मामले में उनकी कोई भूमिका नहीं है। फिर भी ठेकेदार मिलने के लिए दबाव बना रहे थे।
जबकि फर्नीचर में काफी खामियां थीं। रामचंद्र यादव सिर्फ सामान ठीक करवाने के लिए एसडीओ को कह रहे थे।पार्षद ने कभी भी ठेकेदार से कोई बात नहीं की। इस संबंध में भी उन्होंने निगम के अधिकारियों से बात की थी। वह सीधे ठेकेदार से कोई बात भी नहीं करना चाहते थे। ठेकेदार को किसी बात को लेकर कोई समस्या थी तो निगम के अधिकारियों को साथ लेकर पार्षद से मिलने जाना चाहिए थे। पार्षद से सीधे मिलने जाने का कोई मतलब नहीं था। ठेकेदार अपनी गलती से बचने के लिए जितने भी आरोप लगा लें, लेकिन गलत बात के आगे आप पार्षद झुकेंगे नहीं।
प्रेम गर्ग ने कहा कि पार्षद रामचंद्र यादव ठेकेदार प्रदीप बंसल को कह चुके थे कि फर्नीचर का भुगतान करने के मामले में उनकी कोई भूमिका नहीं है। फिर भी ठेकेदार मिलने के लिए दबाव बना रहे थे।
जबकि फर्नीचर में काफी खामियां थीं। रामचंद्र यादव सिर्फ सामान ठीक करवाने के लिए एसडीओ को कह रहे थे।पार्षद ने कभी भी ठेकेदार से कोई बात नहीं की। इस संबंध में भी उन्होंने निगम के अधिकारियों से बात की थी। वह सीधे ठेकेदार से कोई बात भी नहीं करना चाहते थे। ठेकेदार को किसी बात को लेकर कोई समस्या थी तो निगम के अधिकारियों को साथ लेकर पार्षद से मिलने जाना चाहिए थे। पार्षद से सीधे मिलने जाने का कोई मतलब नहीं था। ठेकेदार अपनी गलती से बचने के लिए जितने भी आरोप लगा लें, लेकिन गलत बात के आगे आप पार्षद झुकेंगे नहीं।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें